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Option Greeks : ऑप्शन ट्रेडिंग का वैज्ञानिक रहस्य-1 Make Money

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ऑप्शन ग्रीक्स (Option Greeks) को विस्तार से समझें: ऑप्शन ट्रेडिंग का वैज्ञानिक रहस्य

भूमिका

Option Trading केवल एक अनुमान का खेल नहीं है—यह एक विज्ञान है। यह विज्ञान तब और बेहतर समझ में आता है जब हम उसमें छिपे गणितीय और सांख्यिकीय पहलुओं को समझते हैं, जिन्हें हम “Option Greeks” कहते हैं। ये ग्रीक्स—डेल्टा, गामा, थेटा, वेगा और रो—हर ट्रेडर के लिए जरूरी संकेतक होते हैं, जो यह बताते हैं कि कोई Option कैसे समय, प्राइस मूवमेंट, वोलैटिलिटी और ब्याज दरों के साथ व्यवहार करेगा।

Option Greeks को विस्तार से समझें: ऑप्शन ट्रेडिंग का वैज्ञानिक रहस्य

  • Option Greeks क्या होते हैं?

  • 1. डेल्टा (Delta – Δ): प्राइस मूवमेंट का असर

  • 2. गामा (Gamma – Γ): डेल्टा की तेजी

  • 3. थेटा (Theta – Θ): समय का नुकसान (Time Decay)

  • 4. वेगा (Vega – ν): वोलैटिलिटी का प्रभाव

  • 5. रो (Rho – ρ): ब्याज दर का असर

  • 6. सभी ग्रीक्स का एक साथ सारांश

  • 7. ऑप्शन स्ट्रेटेजी और जरूरी ग्रीक्स

  • 8. केस स्टडी: Reliance Option Trade और ग्रीक्स का रियल उदाहरण

  • 9. क्यों जरूरी हैं Option Greeks हर ट्रेड से पहले?

  • 10. NSE से Option Greeks डेटा कैसे देखें?

  • ऑप्शन चेन को कैसे पढ़ें

  • ATM, ITM, OTM क्या होता है?

  • ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए बेसिक गाइड


1. ऑप्शन ग्रीक्स क्या होते हैं?

Option Greeks वो गणितीय मापदंड हैं जो Option की कीमत में बदलाव के पीछे जिम्मेदार विभिन्न कारकों का प्रभाव दर्शाते हैं। जब आप किसी भी कॉल या पुट ऑप्शन को खरीदते या बेचते हैं, तो उसकी वैल्यू केवल underlying asset के प्राइस से प्रभावित नहीं होती। समय, वोलैटिलिटी और ब्याज दर जैसे कई कारक मिलकर उसका मूल्य तय करते हैं।

Option Greeks हमें ये सभी प्रभाव समझने में मदद करते हैं।


2. डेल्टा (Delta – Δ)

क्या है?

डेल्टा बताता है कि अगर underlying Stockका मूल्य ₹1 बढ़ता या घटता है, तो Option की कीमत कितनी बदलेगी।

  • कॉल ऑप्शन के लिए: डेल्टा 0 से 1 के बीच होता है।

  • पुट ऑप्शन के लिए: डेल्टा -1 से 0 के बीच होता है।

उदाहरण:

यदि किसी कॉल ऑप्शन का डेल्टा 0.6 है और Stock का प्राइस ₹100 से ₹101 होता है, तो ऑप्शन की कीमत ₹0.60 बढ़ेगी।

उपयोग:

  • डेल्टा आपको यह भी बताता है कि एक Option “इन-द-मनी” (ITM) है या “आउट-द-मनी” (OTM)।

  • High डेल्टा = High probability of expiring in-the-money


3. गामा (Gamma – Γ)

क्या है?

गामा डेल्टा में बदलाव की दर को मापता है। यह दिखाता है कि जब underlying asset ₹1 मूव करता है, तो डेल्टा कितना बदलेगा।

उदाहरण:

यदि डेल्टा 0.6 है और गामा 0.05 है, और Stock  ₹1 बढ़ता है, तो डेल्टा 0.6 → 0.65 हो जाएगा।

क्यों जरूरी है?

  • गामा high होने पर डेल्टा में तेजी से बदलाव होता है, जिससे Option की प्राइस तेजी से बदल सकती है।

  • गामा, खासतौर पर ATM ऑप्शन के लिए ज्यादा होता है।


4. थेटा (Theta – Θ)

क्या है?

थेटा Option की कीमत में समय के कारण होने वाले क्षय (Time Decay) को मापता है।

विशेषता:

  • यह आमतौर पर नेगेटिव होता है।

  • हर बीतते दिन के साथ ऑप्शन की वैल्यू गिरती है।

उदाहरण:

यदि थेटा -0.04 है, तो हर दिन ऑप्शन की कीमत ₹0.04 कम हो जाएगी, यदि बाकी सब कुछ स्थिर रहे।

ध्यान देने योग्य बातें:

  • थेटा “Short Sellers” के लिए फायदेमंद होता है।

  • एक्सपायरी के नजदीक थेटा डिके तेजी से होता है।


5. वेगा (Vega – ν)

क्या है?

वेगा यह बताता है कि Implied Volatility (IV) में 1% बदलाव से ऑप्शन की कीमत में कितना बदलाव होगा।

उदाहरण:

अगर वेगा 0.12 है और IV 20% से 21% होता है, तो ऑप्शन की कीमत ₹0.12 बढ़ेगी।

उपयोग:

  • वेगा उन ट्रेडरों के लिए खास होता है जो earnings, news या events के दौरान ट्रेड करते हैं।

  • वोलैटिलिटी बढ़ने पर ऑप्शन की प्राइस बढ़ती है।


6. रो (Rho – ρ)

क्या है?

रो यह मापता है कि ब्याज दरों में 1% परिवर्तन से ऑप्शन की कीमत में क्या असर होगा।

उदाहरण:

अगर रो 0.05 है और ब्याज दर 1% बढ़ती है, तो ऑप्शन की कीमत ₹0.05 बढ़ेगी।

कब उपयोगी है?

  • रो का प्रभाव मुख्य रूप से long-term ऑप्शन (LEAPS) पर होता है।

  • शॉर्ट-टर्म ऑप्शन पर इसका असर नगण्य होता है।


7. Option Greeks का समेकित सारांश:

ग्रीक अर्थ मुख्य प्रभाव
डेल्टा प्राइस मूवमेंट का असर गेन/लॉस की sensitivity
गामा डेल्टा में बदलाव momentum की वृद्धि
थेटा समय का असर वैल्यू लॉस (Time Decay)
वेगा वोलैटिलिटी का असर uncertain market gains
रो ब्याज दरों का असर long-term प्राइस sensitivity

8. ऑप्शन ग्रीक्स और ट्रेडिंग स्ट्रेटजीज़

स्ट्रेटजी प्रमुख ग्रीक्स
Long Call डेल्टा, वेगा
Long Put डेल्टा, वेगा
Short Call थेटा, गामा
Iron Condor थेटा, वेगा
Straddle वेगा, थेटा

हर ट्रेडिंग रणनीति में एक खास ग्रीक ज्यादा महत्व रखता है। उदाहरण के लिए, अगर आप “Iron Condor” बना रहे हैं, तो थेटा (time decay) से मुनाफा कमाने का लक्ष्य होता है।


9. केस स्टडी: Reliance Industries पर ऑप्शन ट्रेड

मान लीजिए:

  • स्टॉक: Reliance Industries

  • करंट प्राइस: ₹2,500

  • आपने एक Call Option लिया है

  • Strike Price: ₹2,520

  • Expiry: 30 दिन बाद

  • प्रीमियम: ₹50

ग्रीक वैल्यू
डेल्टा 0.55
गामा 0.05
थेटा -2.0
वेगा 0.12
रो 0.03

अगले दिन क्या होता है:

  • स्टॉक का प्राइस ₹2,510 हो गया यानी ₹10 बढ़ गया।

  • IV 1% बढ़ गया।

  • एक दिन बीत गया।

प्रभाव:

बदलाव असर
डेल्टा: ₹10 × 0.55 ₹5.5 लाभ
गामा: डेल्टा अब 0.60 आगे और फायदा
थेटा: -₹2 नुकसान
वेगा: 1% वृद्धि ₹0.12 लाभ
रो: ₹0.03 माइनर लाभ

कुल शुद्ध प्रभाव: ₹5.5 + ₹0.12 + ₹0.03 – ₹2 = ₹3.65 का शुद्ध लाभ


10. निष्कर्ष: क्यों जरूरी हैं ऑप्शन ग्रीक्स?

Option Greeks केवल तकनीकी शब्द नहीं हैं—ये आपके हर ऑप्शन ट्रेड के पीछे छिपे जोखिम और संभावनाओं का विश्लेषण करने वाले वैज्ञानिक टूल्स हैं। यदि आप सिर्फ प्राइस मूवमेंट पर ध्यान देते हैं, तो आप आधी तस्वीर देख रहे हैं।

हर सफल ऑप्शन ट्रेडर को चाहिए कि वह इन ग्रीक्स को समझे, उनका विश्लेषण करे और अपनी स्ट्रेटजी उसी आधार पर बनाए।


Bonus Tip: Option Greeks Live कैसे देखें?

आप NSE की वेबसाइट पर जाकर Option Chain में किसी भी स्टॉक के लाइव ग्रीक्स देख सकते हैं। वहाँ पर हर स्ट्राइक के साथ डेल्टा, गामा, थेटा, वेगा दिखाया जाता है।

 

🔍 उदाहरण: Reliance Industries पर ऑप्शन ट्रेड

मान लीजिए:

  • स्टॉक: Reliance Industries

  • करंट प्राइस: ₹2,500

  • आप एक Call Option (CE) खरीदते हैं – Strike Price ₹2,520, Expiry 30 दिन बाद

  • ऑप्शन प्रीमियम (Price): ₹50

  • और ऑप्शन ग्रीक्स कुछ इस प्रकार हैं:

ग्रीक वैल्यू
डेल्टा 0.55
गामा 0.05
थेटा -2.0
वेगा 0.12
रो 0.03

 


🧠 अब इस डेटा को समझते हैं:

1. 📈 डेल्टा (0.55)

  • इसका मतलब: अगर Reliance का प्राइस ₹1 बढ़ता है (₹2,500 → ₹2,501),
    तो ऑप्शन का प्राइस लगभग ₹0.55 बढ़ेगा (₹50 → ₹50.55)।

2. 📊 गामा (0.05)

  • अगर अगले दिन Reliance का प्राइस फिर ₹1 बढ़ता है,
    तो डेल्टा 0.55 → 0.60 हो जाएगा, जिससे ऑप्शन और तेजी से रेस्पॉन्ड करेगा।

3. ⏳ थेटा (-2.0)

  • हर बीतने वाले दिन में, अगर बाकी सब कुछ स्थिर रहे,
    तो ऑप्शन की कीमत में ₹2 का नुकसान होगा (₹50 → ₹48)।

4. 🌫 वेगा (0.12)

  • अगर IV (Implied Volatility) 1% बढ़ता है,
    तो ऑप्शन का प्राइस ₹0.12 बढ़ जाएगा।

  • मान लीजिए IV 20% → 22% हो जाता है ⇒ 2% x ₹0.12 = ₹0.24 का फायदा

5. 🏦 रो (0.03)

  • अगर ब्याज दर 1% बढ़ती है (RBI रेट), तो ऑप्शन की कीमत ₹0.03 बढ़ेगी।


🔄 कुल असर – एक सीनारियो

मान लीजिए अगले दिन:

  • Reliance का प्राइस ₹10 बढ़ गया (₹2,500 → ₹2,510)

  • Implied Volatility 1% बढ़ गई

  • एक दिन गुजर गया

तो:

बदलाव असर
प्राइस में ₹10 की वृद्धि 10 x 0.55 = ₹5.5 का फायदा
गामा का असर डेल्टा अब 0.60 → आगे फायदे की संभावना और
एक दिन बीता -₹2 नुकसान (थेटा)
वोलैटिलिटी बढ़ी 1% +₹0.12 फायदा
ब्याज दर असर +₹0.03 (माइनर असर)

 

📌 Net Impact: ₹5.5 + ₹0.12 + ₹0.03 – ₹2 = ₹3.65 का शुद्ध लाभ


✅ निष्कर्ष:

आपने देखा कि सिर्फ स्टॉक प्राइस मूवमेंट नहीं, बल्कि समय, वोलैटिलिटी और अन्य फैक्टर भी ऑप्शन की वैल्यू को प्रभावित करते हैं।
यही हैं Option Greeks का कमाल!


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