13 जून 2025: Sensex का विश्लेषण – 5 मिनट टाइम फ्रेम चार्ट पर इनसाइट्स 📈
भारतीय शेयर बाज़ार के प्रमुख इंडेक्स Sensex (BSE Sensex) ने 13 जून 2025 को एक दिलचस्प ट्रेंड दिखाया। इस लेख में हम उसी दिन के 5 मिनट के टाइम फ्रेम पर आधारित चार्ट का गहराई से विश्लेषण करेंगे। यह जानकारी न केवल डे ट्रेडर्स बल्कि इंट्राडे एनालिस्ट्स के लिए भी अत्यंत उपयोगी है जो मार्केट की सूक्ष्म चालों को समझना चाहते हैं।
📊 चार्ट का ओवरव्यू
चार्ट को देखने पर स्पष्ट होता है कि दिन की शुरुआत मजबूत ग्रीन कैंडल से हुई, जो बताता है कि शुरुआती घड़ी में तेजी (bullish sentiment) देखी गई। इसके बाद, हल्का वोलैटाइल मूवमेंट देखने को मिला जहां लाल और हरे कैंडल्स आपस में प्रतिस्पर्धा करते नज़र आए।
🕘 प्री-मार्केट से ओपनिंग तक का मूवमेंट
सुबह के शुरुआती घंटों में Sensex ने लगभग 80,723 के स्तर से ओपनिंग की और थोड़ी देर बाद ही तेजी के साथ ऊपर चढ़ना शुरू कर दिया। इस दौरान एक लंबी ग्रीन कैंडल ने बुल्स की उपस्थिति को दर्शाया।
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पहली तेज़ कैंडल ने संकेत दिया कि मार्केट में पॉजिटिव सेंटिमेंट के साथ Trading शुरू हुई।
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इसके बाद हल्का प्रॉफिट बुकिंग फेज़ आया, जिससे कुछ रेड कैंडल्स बनीं, लेकिन ट्रेंड ऊपर की ओर ही रहा।
🔁 मिड-सेशन: स्थिरता और समेकन (Consolidation)
लगभग 10:30 बजे से 13:00 बजे के बीच चार्ट ने एक स्पष्ट रेंज बाउंड मूवमेंट दिखाया। इस फेज में ज्यादा बड़ी हरकत नहीं हुई, जिससे यह संकेत मिला कि मार्केट में consolidation हो रहा था।
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इस समय में बायर्स और सेलर्स दोनों ही स्पष्ट निर्णय की स्थिति में नहीं थे।
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छोटे-छोटे कैंडल्स और लंबे समय तक रेंज में फंसा रहना Trading वॉल्यूम की कमी और अनिर्णय का संकेत है।
📉 दोपहर के बाद गिरावट और फिर रिकवरी
13:15 के बाद Sensex में हल्की गिरावट देखने को मिली, जिससे यह लगने लगा कि शायद मार्केट कुछ नेगेटिव न्यूज़ या ग्लोबल ट्रेंड्स से प्रभावित हो रहा है। Sensex ने 81,200 के स्तर से गिरकर लगभग 80,900 के नीचे का स्तर छू लिया।
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कुछ बड़े रेड कैंडल्स ने यह जताया कि सेलर्स ने कंट्रोल लिया।
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लेकिन यह गिरावट ज्यादा देर टिक नहीं सकी।
14:30 के आसपास, बायर्स ने फिर से वापसी की और मार्केट रिकवर करने लगा। 5 मिनट की 2 से 3 बड़ी ग्रीन कैंडल्स ने इस रिकवरी को मजबूती दी।
🔚 क्लोजिंग मूवमेंट
चार्ट के अंत में Sensex ने लगभग 81,200 के आसपास स्टेबल होकर दिन का समापन किया। यह इस बात का संकेत है कि दिन के आखिरी सेशन में बुल्स ने एक बार फिर कंट्रोल हासिल कर लिया।
📌 टेक्निकल एनालिसिस प्वाइंट्स
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सपोर्ट लेवल: 80,900 और 80,723 (जो लो पॉइंट दिखा)
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रेजिस्टेंस लेवल: 81,200 – यह दिन के अंतिम हिस्से में एक महत्वपूर्ण रेंज साबित हुआ
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ट्रेंड लाइन एनालिसिस: यदि चार्ट पर एक ट्रेंडलाइन खींची जाए तो हम देख सकते हैं कि मार्केट ने लोअर हाई बनाने की बजाय साइडवेज ट्रेंड दिखाया
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वॉल्यूम डेटा (हालांकि यहाँ नहीं दिख रहा) यदि जोड़ा जाए तो इस पैटर्न की पुष्टि हो सकती है।
🤔 ट्रेडर्स के लिए क्या सीख?
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Consolidation Zones: Trading के दौरान जब मार्केट रेंज में फंसा हो, तो नए पोजिशन बनाने से बचना चाहिए।
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Breakout Confirmation: जैसे ही मार्केट ने 81,000 से नीचे गिरने की कोशिश की, उसके बाद की ग्रीन कैंडल्स ने फर्जी ब्रेकडाउन का संकेत दिया।
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Trailing Stop Loss का उपयोग – ट्रेडर जो सुबह की तेजी में शामिल हुए, उन्हें ट्रेलिंग SL के ज़रिये मुनाफा सुरक्षित करना चाहिए।
📅 निष्कर्ष
13 जून 2025 का Sensex का 5 मिनट टाइमफ्रेम पर मूवमेंट एक क्लासिक Day-Trading केस स्टडी है। इसमें सुबह की तेजी, दोपहर की स्थिरता और फिर गिरावट के बाद रिकवरी – ये सभी फेज़ मौजूद थे। इस तरह के चार्ट्स से न केवल ट्रेंड को समझा जा सकता है, बल्कि इंट्राडे स्ट्रैटेजी को और भी बेहतर बनाया जा सकता है।
यदि आप Trading में नए हैं, तो ऐसे चार्ट्स का गहराई से विश्लेषण करना आपके स्किल सेट को मजबूत कर सकता है। वहीं अनुभवी ट्रेडर्स के लिए यह एक अवसर है कि वो मार्केट की माइक्रो साइक्लिकल चालों को पकड़ें और लाभ कमाएं।


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